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वो कॉलेज वाला प्यार.....भाग-4

साल दर साल फिर बीतते गए और पढाई का सिलसिला आगे चलता रहा ,एम.फिल करने के दौरान अनुष्का को एक प्राइवेट कॉलेज में नौकरी मिल गयी ,अनुष्का के पंखों को तो जैसे नयी उड़ान मिल गयी थी | बेहद खुश थी अनुष्का इस नौकरी के मिलने से मगर एक छोटी सी परेशानी थी वो ये की उसका कॉलेज दूसरे शहर में था | इस परेशानी का हल भी राजेश ने ही निकाला ,उसने अनुष्का से कहा कि वो वहां जाना चाहे तो जा सकती है अगर नौकरी नहीं भी करना चाहती है तो वो भी ठीक है ,मगर अनुष्का जाना चाहती थी वो हरगिज़ भी इस नौकरी को ठुकराना नहीं चाहती थी, इसलिए जाने का निश्चय किया, मगर अकेले रहने में उसे थोड़ा डर लग रहा था इसलिए राजेश ने ढांढस बंधाया कि वो हर शनिवार उसके पास आ जाया करेगा सप्ताह में दो दिन वो साथ बिताएंगे फिर अनुष्का नौकरी के लिए दूसरे शहर चली गयी |
यही वो मोड़ था जहां से राजेश और अनुष्का के रास्ते अलग अलग होने शुरू हुए ,एक कहावत भी है कि नजरों से दूर तो दिल से दूर वो यहां चरितार्थ होती दिख रही थी | राजेश तो अपने काम में व्यस्त हो गया मगर अनुष्का के लिए हर बात नयी थी नयी नौकरी, नया कॉलेज नए दोस्त और सबसे ज्यादा उसके नए सपने ,उसका मिलनसार और चंचल स्वभाव सभी को आकर्षित करता था कुछ ही समय में वो कॉलेज की प्रिय लेक्चरर बन गयी | इसी दौरान उसकी दोस्ती पूजा से हुई जो हिंदी की लेक्चरर थी ,दोनों जल्दी ही अच्छी सहेलियां बन गयी पूजा तलाकशुदा थी इसलिए वो भी अकेली ही रहती थी आजाद ख्याल की पूजा ने जैसे अनुष्का का दिल जीत लिया था पूजा अपनी कार से कॉलेज जाती थी , जब से दोनों अच्छी सहेलियां बनी थी दोनों का उठना बैठना आना जाना इकट्ठा था |
अभी अनुष्का को आये तीन महीने हो चले थे अचानक से एक दिन उसकी तबियत खराब हुई तो कॉलेज से छुट्टी ले कर घर जल्दी आ गयी ,दो दिन तक अजीब सी तबियत रहने के वाबजूद उसने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला अनुष्का गर्भ से है ,अनुष्का पर तो जैसे कोई बज्रपात हुआ समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे वो राजेश को ये बात बताये या नहीं, उसने ये बात पूजा को कही और साथ में ये भी बताया वो अभी माँ नहीं बनना चाहती पूजा ने प्रतिउत्तर में यही कहा कि वो अपने फैसले खुद ले सकती है अगर वो नहीं चाहती तो वो गर्भ गिरा दे, पूजा की गर्भ गिराने वाली बात सुन कार अनुष्का अंदर तक कांप गयी उसने फ़ौरन ये बात राजेश को बताने का निश्चय किया और उसने यही सोचा कि वो राजेश से कुछ नहीं छिपायेगी वो जानती थी राजेश उसकी हर बात मान जाता है इस बार भी वो उसे समझेगा और मान लेगा |
उस दिन शनिवार था राजेश करीब तीन बजे तक पहुंच गया अनुष्का की अजीब सी हालत देखकर वो कुछ परेशान हुआ और उसकी हालत का कारण पूछा अनुष्का ने पहले तो यही कहा की तबियत कुछ ठीक नहीं मगर राजेश ने डॉक्टर के पास जाने की बात कहीं तो अनुष्का से रहा नहीं गया और कहा "राजेश मैं अभी बच्चा नहीं चाहती "और गहरे संतोष भरे भाव से राजेश को देखने लगी पहले तो राजेश कहने का मतलब समझा नहीं जब अनुष्का ने फिर से कहा की वो डॉक्टर के पास गयी थी तो पता चला की वो गर्भ से है मगर वो अभी बच्चा नहीं चाहती |
राजेश पहले तो बेहद खुश हुआ मगर जल्दी ही वो अनुष्का कि कहीं गयी बात से कुछ आक्रोश से भर गया मगर फिर भी खुद को सहज करते हुए एक समझदार इंसान की भांति अनुष्का को समझने की कोशिश की और कहा "अनुष्का हमारी शादी को सात साल होने को आ गए अब तो तुम्हारी पढाई भी पूरी हो गयी है अच्छी खासी नौकरी भी है फिर अब तो हम अपने परिवार के बारे में सोच सकते हैं" मगर अनुष्का राजेश की सारी बातों को अनसुना कर रही थी जैसे उसने फैसला ले लिया हो |


कहानियों का सफर अभी अधूरा है!
शेष अगली क़िस्त में

-:लेखक:-
जयसिंह नारेड़ा 

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