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सोशल मीडिया

आजकल सोशल मीडिया का दौर है! चैटिंग तो जोरों शोरों पर रहती है आज के दौर में सब मोह माया के चक्कर में फंसे हुए हैं | 
बाबू सोना से चैटिंग करने का टाइम है पर अगर माँ बाप कुछ काम की बोल दे तो पढ़ाई का बहाना / नोकरी का बहाना या अन्य किसी काम का बहाना बना लेंगे

आजकल सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा तो सोशल मीडिया पर
देखने को मिलती है ..
फोटो पोस्ट करते ही चेक करने लगते हैं अरे उन फलाने का लाइक कमेंट नहीं आया! आज से मै भी इनकी पोस्ट पर लाइक कमेंट नही करूँगा! कहीं स्टेट्स देखने की प्रतिस्पर्धा तो कहीं वो पहले मैसेज नहीं करते हैं तो मैं क्यों करूँ!

वाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइड पर ही अगले व्यक्ति की निजी जिंदगी का आकलन कर लेते हैं ..
अगर कोई व्यक्ति थोड़ा रोमांटिक स्टेटस लगा दे तो प्यार का चक्कर है, अगर गम भरे लगा दे तो भैय्या पक्का छोरी छोड़ गयी है 
आजकल लाइक कमेंट की भी होड हो चुकी है 
आगे फ्लाना ढीकाना , etc ....

                                     कोई किसी के वाट्सऐप स्टेटस से उसके करेंट स्टेट्स का अंदाजा नहीं लगा सकता कि वो किस परिस्थिति से गुजर रहा है ।

© जयसिंह नारेङा

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