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टिकटोक क्रिएटिविटी या ठोकमटोक क्रिएटिविटी

#टिकटोक_क्रिएटिविटी_या_ठोकमटोक_क्रिएटिविटी

(अश्लीलता ,फूहड़ता बढाने का जरिया)

एक तो स्मार्ट फोन ने पहले ही सबको बर्बाद कर रखा था, और जो थोड़ी कसर रह गई थी वो #TikTok जैसे एप्प ने पूरी कर दी थी. जैसे ही ये एप्प आया, यूं लगा जैसे दुनिया के सारे निकम्मे लोग काम पर लग गए हों. 

शुरुआत में मैंने देखा कि हर कोई #टिकटॉक पर वीडियो बनाने पर तुला हुआ था. पहले तो मैंने इसमें सिर्फ कुछ युवाओं को वीडियो बनाते हुए देखा था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता और लोगों को इस एप्प के बार में पता चला, बच्चे क्या उनके माता-पिता के साथ साथ महिला वर्ग भी मिलकर इस एप पर अपनी क्रिएटिविटी दिखाने लग गए.

(1)#बेहुदा_कंटेट_की_भरमार

युवाओं के जोश के बारे में तो में तो क्या ही कहा जाए, उन्हें तो हर नई चीज ट्राय करनी होती है. लेकिन हैरानी तब हुई जब मैंने एक छोटे से बच्चे का वीडियो देखा जो #मां_बहन की #गाली दे रहा था. उसपर बहुत #लाइक्स थे. बच्चा बहुत छोटा था जो गालियों का मतलब भी नहीं जानता था. फिर भी उससे वो बुलवाया जा रहा था. और उसे #सो_क्यूट जैसे #कमेंट मिल रहे थे.

(2)क्रिएटिविटी के नाम पर #अश्लीलता और #फूहड़ता

कॉमेडी वीडियो का तो कहना ही क्या सिर्फ टिक टॉक पर नहीं इन्हें शेयर कर कर के लोगों ने फेसबुक वाट्सएप्प भर डाला. कॉमेडी के नाम पर कुछ भी भद्दा परोसा और शेयर किया जाता है. मुझे इन वीडियो को देखखर हंसी नहीं सिर्फ गुस्सा आता है. और मन में तुरंत ये सवाल आता कि इसे बनाने वाले से लेकर इसे शेयर करने वालों तक के सोचने समझने का #स्तर किस तरह का है. कॉमेडी के नाम पर अश्लीलता और फूहड़ता फैलाने में मजा कैसे आता है लोगों को?

खुद की मजाक बनाने तक भी सही है, लेकिन ऐसे वीडियो की भी कमी नहीं है जहां अजीबो गपीब फिल्टर लगाकर पब्लिक प्लेस में वीडियो शूट कर लिया जाता है और पब्लिक को डरावना और भद्दा दिखाया जाता है. लोग समझ ही नहीं पाते कि कोई उनका वीडियो बनाकर फिल्टर लगाकर इस तरह प्रचारित कर रहा है. जरा देखिए ये वीडियो एक ट्रेन में बनाया गया जहां महिलाओं के चेहरों पर फिल्टर लगा हुआ है.

(3)लड़कियों का ये रूप जरा भी अच्छा नहीं

हमारे देश की लड़कियां कितनी प्रगति कर रही हैं और कितनी स्वतंत्र और सशक्त हैं ये आप टिकटॉक पर देख सकते हैं. ये फिल्मी गानों पर जिस तरह के भाव देती हैं, अपनी #फिगर दिखाती हैं, #ठुमके लगाती हैं, स्वैग दिखाती हैं उससे तो जरा भी नहीं लगता कि इन लड़कियों को #भारत में डरने की जरूरत है. वो अपने चेहरे को बेतहाशा खराब और बदसूरत दिखाने में भी परहेज नहीं करतीं, क्योंकि लाइक्स का सवाल है.

लड़कियों को अपने घरवालों का डर है क्योंकि वीडियो सबसे छिपकर #बाथरूम में शूट किया जा रहा है, पर दुनिया के सामने आने में उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. फेसबुक पर एक लड़के ने कमेंट किया था कि ''लड़कियां टिकटॉक जैसे एप्प पर कुछ भी करती हैं लेकिन बाहर जब लड़के उन्हें छेड़ते हैं तो इन्हें दिक्कत होती है' मैं इस कमेंट से खुद असमंजस में हु की वो लड़का बाकई सच लिख रहा है!

#मीणा_गीत को लेकर भी महिलाओं का यही हाल है मैं सभी को इसमे नही घसिटूंगा लेकिन पर्याप्त मात्रा में अश्लील वीडियो मिल जाएगी यहां तक कि महिलाएं अपने बदन की नुमाइश करने से नही चूक रही है!

ये बदन दिखाना तो टिकटोक की भूमिका में नही था इसे तो मनोरंजन के तौर पर प्रयोग किया जाना था इसमे कुछ हद तक #गायक कलाकारों की फूहड़ता भी शामिल है उन्हें अपनी मर्यादित भाषा मे सीमित रह कर #गीत गाने चाहिए

(4)युवाओं से ये उम्मीद नहीं

ये टीनेजर्स हैं जो कहीं पढ़ भी रहे होंगे. लेकिन इनके वीडियो को देखकर इनके भविष्य की कल्पना भी की जा सकती है. अफसोस की ये बच्चे और युवा वो कर रहे हैं जिसकी इनसे उम्मीद नहीं है. इस ऐप के जरिए उन्हें ये समझ आ रहा है कि बिना मेहनत किए कैसे #ठुमके लगाकर, #आखें_मटकाकर, #बॉडी_दिखाकर ज्यादा से ज्यादा लाइक्स और शेयर जुटाए जाते हैं और कैसे इस तरह पैसा कमाया जा सकता है. टिकटॉक तो इसके लिए पैसा भी देता है. इसलिए अपना करियर बनाने सब यहीं ढेरा जमाए हैं. लेकिन इस तरह से भविष्य नहीं बनता. 

(5)#अश्लील_सामग्री की भी भरमार

अश्लील सामग्री तो इतनी है कि कहना ही क्या. लिप-सिंक्ड वीडियो और म्यूजिक वीडियो के अलावा आप यहां  द्विअर्थी संवादों वाले वीडियो और अश्लील चुटकुले सुन सकते हैं.भद्दे मीणा गीत और तो और इस एप्प पर एडल्ट-कंटेंट प्रसारित करने पर कोई रोक-टोक भी नहीं थी. बच्चे भी देखकर समझदार हो रहे थे. फेसबुक और यूट्यूब पर लड़कियों के वीडियो सेक्सी, हॉट, कड़क जैसे शब्द लिखकर खूब वायरल होते हैं.||

किसी को समझाना भी खुद के ऊपर FIR करवाना जैसे हो गया है यहां आप किसी से कुछ कहोगे तो वो खुद के कंटेंट पर ध्यान नही दे कर तुमने उसे ऐसा क्यो कहा इस को लेकर तुम्हारे ऊपर FIR तक करवाने की धमकियां देने लग जाता है!

यानी सीधे साफ शब्दों में कहु तो टिकटोक और कोरोना एक देश के बीज है और दोनो ही हमारे लिए खतरनाक साबित होंगे

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