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राजेश पायलट ने किरोड़ी लाल को हराया

राजेश पायलट ने किरोड़ी लाल को हराया

चुनाव का मैदान भी कुश्ती के दंगल की तरह होता है दांव पेंच तो दोनों ही लगाते है लेकिन एक की कुश्ती ने हार होती है। 
ठीक उसी प्रकार चुनाव में भी यही हाल होता है #राजेश_पायलट गुर्जर ही नही सर्व समाज के चहेते नेता थे और वे कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टी के नेता थे । वो समय ही कांग्रेस का था उस समय बीजेपी को वोट कोई नही देता था यहाँ तक कि बीजेपी का टिकट भी कोई लाना नही चाहता था ऐसा तो बहुत बार हुआ था जब बीजेपी को कोई टिकट लेने वाला नही मिला । राजस्थान तो कांग्रेस मय था ही !!
                            
दौसा का चुनावी आखाड़ा गुर्जर मीणा बाहुल्य था इसमे राजेश पायलट जो पहले से ही लोगो के चहेते बन चुके थे बने भी क्यो नही आखिर वे सर्व समाज के लिए तत्पर रहते थे दीन हिनो की आवाज बनते थे और दूसरी तरफ वे कांग्रेस के बड़े नेता थे उस समय कांग्रेस का एक तरफा राज हुआ करता था यू कह सकते है कांग्रेस की आंधी थी।
                    
        ऐसे में दौसा से बीजेपी ने किरोड़ी लाल को मोहरा बना कर मैदान में उतार दिया डॉ किरोड़ी लाल के लिए ये अपना ग्रह जिला था लेकिन बीजेपी को वोट मिल पाना बड़ा कठिन था क्योंकि बीजेपी से हर समाज नफरत करता था कोई बीजेपी को वोट देना नही चाहता था ऐसे में राजेश पायलट के सामने लड़ना भी एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि राजेश पायलट यहां के दिग्गज नेता थे

हुआ भी कुछ ऐसा ही डॉ किरोड़ी लाल चुनाव लड़े भी लेकिन बीजेपी को समर्थन नही मिलने से वे चुनाव हार गए लेकिन अपनी छाप छोड़ गए 

डॉ साहब ने राजनीतिक जीवन मे जीत से ज्यादा हार का सामना किया है लेकिन कभी जनता से दूरी नही बनाई वे इसी बजह से आज इस दौर के एक बहुत बड़े दिग्गज नेता है आज वे अच्छे पद पर जगह नही बना पाए लेकिन जनता के दिलो में आज भी किरोड़ी लाल धड़कता है। 

समाज चाहे कोई भी हो किरोड़ी लाल ने हर वक्त साथ दिया है उन्होंने हर समाज के लिए जन आंदोलन किये है वे कभी भी जातिवाद नही करते है लेकिन समाज कंटको यानी असामाजिक तत्वों ने और मीडिया ने उन पर जातिवाद का धब्बा लगा दिया ।

                                 किरोड़ी लाल के बंगले पर कभी भी जा कर देख सकते है जितनी भीड़ मुख्यमंत्री आवास पर देखने को नही मिलेगी उससे कही ज्यादा भीड़ किरोड़ी लाल के बंगले पर हमेशा रहती है और उस भीड़ में हर समाज का चेहरा नजर आएगा ।

डॉ साहब को कभी पार्टी ने तबज्जो नही दी लेकिन जनता ने उन्हें अकेला नही छोड़ा इसी की बदौलत है की किरोड़ी लाल कुछ नही होने के बावजूद भी सरकार से भीड़ जाते है और उनकी समस्याओं को दूर करके ही दम लेते है । 
          जनता के लिए 24*7 खड़े रहने वाले नेता है तो वो है किरोड़ी लाल

लेखक
जयसिंह नारेङा

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