Skip to main content

शहीदों के सम्मान में कविता

#एक_बार_फिर_देश_भक्ति_दौर_आया_है

एक बार फिर देश भक्ति का दौर आया है,
परिवार जनों को मौत का पैगाम आया है....!!

पिटेंगे ढिढोरा देश भक्ति का फेसबुक पर,
यहां सिपाही शाहिद हो चुके है लेकिन,
फर्क नही पड़ेगा नेताओ की रैलियों पर,
जलाएंगे कैंडल निकलेगी रैली सड़को पर....!!

भुला देंगे उनकी सहादत को पल भर में,
हरा देंगे पाकिस्तान को सोशल मीडिया में,
असली आतंकी तो हमारे ही निकले है,
जो बेच देते है देश को पैसों की लालच में ...!!

हो रही है रेलिया लगातार नेताओ की,
नही फर्क पड़ता उन्हें फिक्र है चुनावो की,
होंगे फिर से वही वादे 10 सिर लाने के,
हमे तो आदत सी हो गयी रक्षक गवाने की....!!

मिलती नही है उनको सीटें ट्रेनों में,
बैठ कर बाथरूम में सफर करते है रातों में,
भुला कर अपने परिवार के सुख दुख को,
बदौलत उनकी सुरक्षित रहते है हम घरो मे...!!

लेखक
© जयसिंह नारेङा

Comments

Popular posts from this blog

मीणा शायरी

ना डरते है हम #तलवारो से, ना डरते है हम #कटारो से, ना डरे है हम कभी #सैकड़ो और #हजारो से, हम मीणा वो योद्धा है, #दुश्मन भी कांपे जिसकी #ललकारो से, #हस्ती अब अपनी हर #कीमत पर #सवारेंगे, #वाद...

एक मच्छर,साला एक मच्छर,आदमी को हिजड़ा बना देता है!-जयसिंह नारेड़ा

एक मच्छर , साला एक मच्छर , आदमी को हिज ड़ा बना देता है ! ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एक खटमल पूरी रात को अपाहिज कर देता है. सुबह घर से निकलो, भीड़ का हिस्सा बनो. शाम को घर जाओ, दारू पिओ, बच्चे पैदा करो और सुब...

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहरा का इतिहास

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहर्रा(अजितखेड़ा) का इतिहास ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बड़े बुजुर्गो के अनुसार टोड़ी खोहर्रा के लोग कुम्भलगढ़ में रहते रहते थे ये वही के निवासी थे! इनका गोत्र सिसोदिया था और मीनाओ का बहुत बड़ा शासन हुआ करता था! राजा का नाम मुझे याद नही है किसी कारणवस दुश्मन राजा ने अज्ञात समय(बिना सुचना) के रात में आक्रमण कर दिया! ये उस युद्ध को तो जीत गए लेकिन आदमी बहुत कम रह गए उस राजा ने दूसरा आक्रमण किया तो इनके पास उसकी सेना से मुकाबला करने लायक बल या सेना नही थी और हार झेलनी पड़ी! इन्होंने उस राजा की गुलामी नही करने का फैसला किया और कुम्भलगढ़ को छोड़ कर सांगानेर(जयपुर) में आ बसे और यही अपना जीवन यापन करने लगे यंहा के राजा ने इनको राज पाट के महत्व पूर्ण काम सोपे इनको इनसे कर भी नही लिया जाता था राजा सारे महत्वपूर्ण काम इन मीनाओ की सलाह से ही करता था नए राजा भारमल मीनाओ को बिलकुल भी पसन्द नही करता था और उन पर अत्याचार करता रहता था! एक बार दीवाली के आस-पास जब मीणा पित्रों को पानी दे रहे थे तब उन निहत्तो पर अचानक वार कर दिया! जिसमे बहुत लोग मारे गए भारमल ने अपनी बेटी अकबर को द...