Skip to main content

पाखण्डियो को खुली चुनौती:-तर्कशील सोसाईटी नांगल शेरपुर

~~~~~~~ खुली चुनौती ~~~~~~
तर्कशील सोसायटी ने पाखण्डियों को दी खुली चुनौती और 5 लाख का इनाम भी

जयपुर। राजस्थान के करौली जिले के नांगल शेरपुर से संचालित सामाजिक संस्था तर्कशील सोसायटी (रजिस्टर्ड) ने देश के सभी पाखण्डियों को खुली चुनौती देते हुए एक खुला पर्चा जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि उनकी सोसायटी की ओर से जारी किये गये पर्चे की सूची में शामिल किसी भी पाखण्ड को सही साबित करने वाले को सोसायटी की ओर से पांच लाख का इनाम दिया जायेगा।

पर्चे में खुली चुनौती दी गयी है कि निम्न पाखण्डों को साबित करने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम मिलेगा।

1. भूत-प्रेत, जिन्न साबित करने वाले को।

2. तांत्रिक, स्याणा (घुड़ल्या) झाड़-फूंक द्वारा शक्ति दिखाना।

3. किसी शक्ति द्वारा किसी भी व्यक्ति पर मूठ (चौकी) छोड़ना।

4. किसी भी गण्डा, ताबीज, लोकेट, अंगूठी आदि द्वारा शक्ति दिखाना।

5. नजर, टोक लगाने व उतारने वाले को।

6. यंत्र, मंत्र, तंत्र, द्वारा कोई भी शक्ति साबित करने वाले को।

7. गुम हुई वस्तु को खेज सके।

8. पानी को शराब/पेट्रोल में बदल सके।

9. पानी के ऊपर पैदल चल सके।

10. योग/देव शक्ति से हवा में उड़ सके।

11. सील बंद नोट का नम्बर पढ सके।

12. ताला लगे कमरे में से शक्ति से बाहर आ सके।

13. अपने शरीर को एक स्थान पर छोड़ कर किसी दूसरे स्थान पर प्रकट हो सके।

14. जलती हुई आग पर, अपने देवता की सहायता से 1 मिनट तक खड़ा हो सके।

15. ऐसी वस्तु जिसे मांगें, उसे हवा में से प्रस्तुत कर सकता हो।

16. प्रार्थना, आत्मिक शक्ति, गंगा जल, या पवित्र राख (भभूत) से अपने शरीर के अंग को पांच इंच बढा सकता हो और शरीर का भार (वजन) बढा सकता हो।

17. पुनर्जन्म के कारण कोई अद्भुत भाषा बोल सकता हो।

18. ऐसी आत्मा या भूत-प्रेत को पेश कर सके, जिसकी फोटो ली जा सकती हो और फोटो लेने के बाद फोटो से गायब हो सकता हो। ऐसे ज्योतिषी जो यह कहकर लोगों को गुमराह करते हैं कि ज्योतिष और हस्त रेखा एक विज्ञान है, उपरोक्त ईनाम को जीत सकते हैं, यदि वे दस हस्त चित्रों व दस ज्योतिष पत्रिकाओं (जन्म कुण्डली) को देखकर आदमी और औरत की अलग-2 संख्या व जन्म का ठीक समय व स्थान अक्षांस रेखा के साथ बता दें।
जयसिंह नारेङा

Comments

Popular posts from this blog

मीणा शायरी

ना डरते है हम #तलवारो से, ना डरते है हम #कटारो से, ना डरे है हम कभी #सैकड़ो और #हजारो से, हम मीणा वो योद्धा है, #दुश्मन भी कांपे जिसकी #ललकारो से, #हस्ती अब अपनी हर #कीमत पर #सवारेंगे, #वाद...

एक मच्छर,साला एक मच्छर,आदमी को हिजड़ा बना देता है!-जयसिंह नारेड़ा

एक मच्छर , साला एक मच्छर , आदमी को हिज ड़ा बना देता है ! ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एक खटमल पूरी रात को अपाहिज कर देता है. सुबह घर से निकलो, भीड़ का हिस्सा बनो. शाम को घर जाओ, दारू पिओ, बच्चे पैदा करो और सुब...

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहरा का इतिहास

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहर्रा(अजितखेड़ा) का इतिहास ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बड़े बुजुर्गो के अनुसार टोड़ी खोहर्रा के लोग कुम्भलगढ़ में रहते रहते थे ये वही के निवासी थे! इनका गोत्र सिसोदिया था और मीनाओ का बहुत बड़ा शासन हुआ करता था! राजा का नाम मुझे याद नही है किसी कारणवस दुश्मन राजा ने अज्ञात समय(बिना सुचना) के रात में आक्रमण कर दिया! ये उस युद्ध को तो जीत गए लेकिन आदमी बहुत कम रह गए उस राजा ने दूसरा आक्रमण किया तो इनके पास उसकी सेना से मुकाबला करने लायक बल या सेना नही थी और हार झेलनी पड़ी! इन्होंने उस राजा की गुलामी नही करने का फैसला किया और कुम्भलगढ़ को छोड़ कर सांगानेर(जयपुर) में आ बसे और यही अपना जीवन यापन करने लगे यंहा के राजा ने इनको राज पाट के महत्व पूर्ण काम सोपे इनको इनसे कर भी नही लिया जाता था राजा सारे महत्वपूर्ण काम इन मीनाओ की सलाह से ही करता था नए राजा भारमल मीनाओ को बिलकुल भी पसन्द नही करता था और उन पर अत्याचार करता रहता था! एक बार दीवाली के आस-पास जब मीणा पित्रों को पानी दे रहे थे तब उन निहत्तो पर अचानक वार कर दिया! जिसमे बहुत लोग मारे गए भारमल ने अपनी बेटी अकबर को द...