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Showing posts from December, 2015

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहरा का इतिहास

नारेड़ा गोत्र या गांव टोड़ी खोहर्रा(अजितखेड़ा) का इतिहास ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बड़े बुजुर्गो के अनुसार टोड़ी खोहर्रा के लोग कुम्भलगढ़ में रहते रहते थे ये वही के निवासी थे! इनका गोत्र सिसोदिया था और मीनाओ का बहुत बड़ा शासन हुआ करता था! राजा का नाम मुझे याद नही है किसी कारणवस दुश्मन राजा ने अज्ञात समय(बिना सुचना) के रात में आक्रमण कर दिया! ये उस युद्ध को तो जीत गए लेकिन आदमी बहुत कम रह गए उस राजा ने दूसरा आक्रमण किया तो इनके पास उसकी सेना से मुकाबला करने लायक बल या सेना नही थी और हार झेलनी पड़ी! इन्होंने उस राजा की गुलामी नही करने का फैसला किया और कुम्भलगढ़ को छोड़ कर सांगानेर(जयपुर) में आ बसे और यही अपना जीवन यापन करने लगे यंहा के राजा ने इनको राज पाट के महत्व पूर्ण काम सोपे इनको इनसे कर भी नही लिया जाता था राजा सारे महत्वपूर्ण काम इन मीनाओ की सलाह से ही करता था नए राजा भारमल मीनाओ को बिलकुल भी पसन्द नही करता था और उन पर अत्याचार करता रहता था! एक बार दीवाली के आस-पास जब मीणा पित्रों को पानी दे रहे थे तब उन निहत्तो पर अचानक वार कर दिया! जिसमे बहुत लोग मारे गए भारमल ने अपनी बेटी अकबर को द...

पाखण्डियो को खुली चुनौती:-तर्कशील सोसाईटी नांगल शेरपुर

~~~~~~~ खुली चुनौती ~~~~~~ तर्कशील सोसायटी ने पाखण्डियों को दी खुली चुनौती और 5 लाख का इनाम भी जयपुर। राजस्थान के करौली जिले के नांगल शेरपुर से संचालित सामाजिक संस्था तर्कशील सोसायट...

मेरे सपनो का समाज,मीणा समाज की जागृति के प्रयास,एक लेख समाज के नाम

:::::::::::::-- मेरे सपनो का समाज--::::::::::::: सभी बुद्दिजीवीओ और बड़े बुजुर्ग पञ्च पटेलों एवम् युवा साथियो समाज सभी का होता है,समाज से हम है हम से समाज नही इसी कारण समाज के प्रति हमारे कुछ दायित्व ...