नमस्कार लाडलो कैसे हो ?? फेसबुक एक ऐसा प्लेटफार्म है जहा आप सबसे एक साथ बात करने का सबसे बढ़िया ज़रिया है यहां रोज रोज नए मुद्दे मिलते है नही भी मिलते है तो हम तो असली डेढ़ है मुद्दा खोज लेते है हमेशा माहोल गर्म रहना चाहिए तभी तो हमे मजा आता है यानी कि सोशल मीडिया पर नए नए मुद्दे आना जो कि अब एक सामान्य सी बात हो गयी है, अब मैं बकवास लिखना शुरू नहीं कर दूंगा कि "अरे! आप सब तो जानते ही हैं कि सोशल मीडिया पर कैसे भसड़ बढ़ती जा रही है, हमें मिलकर इसे रोकना चाहिए!" क्या चूतियापा जैसी बात कर रहा हु है ना 🤪 इतने ज्ञान की बातें करनी होतीं या पोस्ट लिखना होता ।मैं कुछ ऐसी बातें बताऊंगा जो मैंने महसूस की हैं फेसबुक, व्हाटसएप्प या टविटर पर चलने वाले वाली किसी भी आनलाइन लड़ाई के बारे में....कि बात चाहे शुरू में जो हो रही हो लेकिन कई बार बात मुद्दे से भटककर या तो हिन्दू मुस्लिम पर आ जाती है, या भाजपा कांग्रेस पर या फिर गाली गलौज तो अब आम हो गया है। किसी दिन गलती से अगर मैं किसी फेसबुक पोस्ट के नीचे लोगों को आराम से किसी बात पर चर्चा करते और प्यार से सहमति या असहमति जताते देख लेता हूं ...